Khadi Bhawan Record Sale: महात्मा गांधी की 155वीं जयंती के अवसर पर खादी के उत्पादों की बिक्री ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वदेशी और स्थानीय उत्पाद खरीदने की अपील के बाद, नई दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित खादी भवन में मात्र एक दिन में 2 करोड़ 1 लाख 37 हजार रुपये के खादी उत्पाद बिके.
प्रधानमंत्री ने 29 सितंबर को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 114वें एपिसोड में ‘लोकल के लिए वोकल’ और ‘मेड इन इंडिया’ उत्पादों की खरीदारी के लिए देशवासियों से अपील की थी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, “साथियों, त्योहारों के इस मौसम में आप फिर से अपना पुराना संकल्प भी जरूर दोहराइए. कुछ भी खरीदेंगे, वो, ‘मेड इन इंडिया’, ही होना चाहिए, कुछ भी गिफ्ट देंगे, वो भी, ‘मेड इन इंडिया’ ही होना चाहिए. सिर्फ मिट्टी के दीये खरीदना ही ‘वोकल फॉर लोकल’ नहीं है.आपको, अपने क्षेत्र में बने स्थानीय उत्पादों को ज्यादा-से-ज्यादा प्रमोट करना चाहिये. ऐसा कोई भी प्रोडक्ट, जिसे बनाने में भारत के किसी कारीगर का पसीना लगा है, जो भारत की मिट्टी में बना है, वो हमारा गर्व है, हमें इसी गौरव पर हमेशा, चार चांद लगाने हैं.”
गांधी जयंती पर हुई भारी बिक्री खादी कारीगरों के जीवन में भी नया बदलाव लाई है. इस अपार सफलता ने 10 साल पहले शुरू हुई ‘चरखा क्रांति’ को और मजबूत किया है, जो अब ‘विकसित भारत की गारंटी’ के रूप में देखी जा रही है. इस वर्ष की बिक्री ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए और यह खादी के प्रति लोगों के बढ़ते रुझान को दर्शाता है.
खादी भवन के पिछले कुछ सालों के बिक्री आंकड़े इस प्रकार हैं:
- 2021: 1.01 करोड़ रुपये
- 2022: 1.34 करोड़ रुपये
- 2023: 1.52 करोड़ रुपये
- 2024: 2.01 करोड़ रुपये
‘चरखा क्रांति’ अब ‘विकसित भारत की गारंटी’
खादी और ग्राम उद्योग आयोग (KVIC) के अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा, “माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘चरखा क्रांति’ अब ‘विकसित भारत की गारंटी’ बन गई है.” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर, दिल्ली में खादी और ग्राम उद्योग के उत्पादों की खरीदारी में सबसे अच्छा रिकॉर्ड बनाया है. खादी भवन में हुई बिक्री के आंकड़े इस प्रकार हैं:
- कपास खादी: 67.32 लाख रुपये
- रेशमी खादी: 44.75 लाख रुपये
- ऊनी खादी: 7.61 लाख रुपये
- पॉली खादी: 1.87 लाख रुपये
- रेडीमेड खादी: 65.09 लाख रुपये
- ग्राम उद्योग उत्पाद: 12.29 लाख रुपये
- हस्तशिल्प उत्पाद: 2.44 लाख रुपये
कपास खादी की बिक्री में भारी वृद्धि
पिछले वर्ष की तुलना में इस बार कपास खादी की बिक्री में अधिकतम वृद्धि हुई है. 2023 में कपास खादी की बिक्री 26.89 लाख रुपये थी, जो इस बार 67.32 लाख रुपये के साथ 150.35 प्रतिशत बढ़ गई है. रेडीमेड कपड़ो की बढ़ती बिक्री इस बात की ओर इशारा करती है कि युवा खादी को तेजी से अपना रहे हैं.
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