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GST Impact on Donuts mad over Donuts Tax Notice Business Classification Issue Jairam Ramesh Congress


Donuts Tax: जीएसटी की अलग-अलग दरों को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार (15 मार्च) को कहा कि पॉपकॉर्न के बाद अब ‘डोनट’ पर भी जीएसटी का असर देखने को मिल रहा है. उन्होंने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश को अब ‘जीएसटी 2.0’ की जरूरत है. ये बयान ऐसे समय में आया है जब टैक्स को लेकर कई व्यवसायिक संस्थान परेशान हैं और इसका असर बाजार पर भी दिख रहा है.

रमेश ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि सिंगापुर की प्रसिद्ध डोनट चेन ‘मैड ओवर डोनट्स’ को 100 करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस भेजा गया है. ये नोटिस इसलिए दिया गया क्योंकि कंपनी ने अपने बिजनेस को गलत तरीके से वर्गीकृत किया और 5% जीएसटी का भुगतान किया जबकि बेकरी प्रोडक्ट्स पर 18% कर लगाया जाता है. इस वजह से कंपनी पर भारी टैक्स बकाया हो गया. अब ये मामला मुंबई हाई कोर्ट में पहुंच चुका है जहां इस पर कानूनी लड़ाई जारी है.

डोनट पर 5% टैक्स के बाद भी 100 करोड़ का नोटिस

बता दें कि डोनट एक मीठा और रिंग के आकार का स्नैक्स होता है जिसे आमतौर पर चॉकलेट, आइसिंग, पाउडर चीनी या फल से सजाया जाता है. ये दुनियाभर में काफी लोकप्रिय है. भारत में इसे लेकर विवाद इसलिए खड़ा हुआ है क्योंकि जीएसटी दरों में अंतर होने की वजह से व्यवसायियों को ज्यादा टैक्स चुकाने पड़ते हैं. कई बार ये स्पष्ट नहीं होता कि किसी प्रोडक्ट को किस टैक्स स्लैब में रखा जाए. यही वजह है कि ‘मैड ओवर डोनट्स’ को 5% टैक्स चुकाने के बाद भी 100 करोड़ रुपये का नोटिस मिला.

कांग्रेस का तंज – ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ सिर्फ एक नारा

जयराम रमेश ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये पूरा मामला बताता है कि ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ की असलियत क्या है. सरकार इस नारे का इस्तेमाल तो करती है, लेकिन हकीकत में व्यापारियों को बेवजह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. रमेश ने कहा कि टैक्स प्रणाली में कई विसंगतियां हैं और इसलिए अब जीएसटी 2.0 की जरूरत महसूस हो रही है ताकि सभी व्यापारियों को समान अवसर और राहत मिल सके.

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