Telangana Meeting Elections 2023: तेलंगाना विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने ताबड़तोड़ रैलियां, जनसभाएं और रोड शो किए हैं. चुनाव प्रचार समाप्त होने से पहले पीएम मोदी ने सोमवार को हैदराबाद में एक रोड शो भी निकाला और इसके बाद करीमनगर में बीजेपी उम्मीदवार और पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रमुख बंदी संजय कुमार के समर्थन में मुस्लिम अल्पसंख्यक नेताओं के साथ मुलाकात कर सार्वजनिक बैठक को भी संबोधित किया. बैठक का खास फोकस मुस्लिम समुदाय में सबसे पिछड़े और सामाजिक तौर पर उत्पीड़ित पसमांदा मुसलमानों पर रहा.
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, मुस्लिम अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता असफर भाषा ने बताया, ”प्रधानमंत्री ने हमसे कहा कि मुसलमान हर क्षेत्र में बहुत प्रतिभाशाली हैं और बीजेपी सरकार समाज के उत्थान और आगे बढ़ाने को सब कुछ करेगी. पार्टी के समाज के हित में किये जाने वाले मदद करेगी.”
‘मुसलमानों के लिए और अधिक कल्याणकारी योजनाएं शुरू करेगी सरकार’
पीएम मोदी ने करीमनगर शहर में हेलीपैड के पास आयोजित सार्वजनिक बैठक के दौरान कहा कि उनकी सरकार सच्चर समिति की सिफारिशों के आधार पर शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में मुसलमानों के लिए और अधिक कल्याणकारी योजनाएं शुरू करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि आपको समुदाय को उन सभी छात्रवृत्तियों के बारे में भी बताना चाहिए जो केंद्र सरकार अल्पसंख्यक छात्रों को प्रदान कर रही है.
उन्होंने इस बात का जिक्र भी किया कि तेलंगाना में मुस्लिम समुदाय के साथ आउटरीच कार्यक्रम अच्छे चल रहे हैं लेकिन पसमांदा मुसलमानों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए.”
पसमांदा मुसलमानों पर ध्यान केंद्रित करेगी बीजेपी
पीएम मोदी ने पसमांदा समुदाय तक अपनी पहुंच को और ज्यादा करने के प्रयासों के बीच मुस्लिम नेताओं से यह भी आह्वान किया कि वो इस धारणा को दूर करने करें कि उनकी सरकार कल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने में मुसलमानों के साथ भेदभाव करती है. हैदराबाद में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने बीजेपी नेताओं से पसमांदा मुसलमानों पर ध्यान केंद्रित करने और उनके उत्थान के लिए प्रयास करने का निर्देश दिया.
अमित शाह व योगी आदित्यनाथ कर चुके मुस्लिम कोटा की आलोचना
उधर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुसलमानों के लिए धर्म आधारित आरक्षण जारी रखने के लिए बीआरएस सरकार की आलोचना की थी. वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सत्ता में आने पर 4 फीसदी मुस्लिम आरक्षण खत्म करने का बयान दिया था.
बीआरएस को पिछले चुनाव में मिलीं थी 88 सीटों पर जीत
इस बीच देखा जाए तो तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों पर चुनाव 30 नवंबर को होने जा रहे हैं. मुस्लिम संगठनों के ज्वाइंट एक्शन कमेटी इस चुनाव में कांग्रेस को समर्थन करने का ऐलान कर चुकी है. इसको KCR सरकार के लिए बड़े झटके के रूप में भी देखा जा रहा है. पिछले चुनावों की बात करें तो केसीआर की बीआरएस को 119 में से 88 तो कांग्रेस को 19 और AIMIM को 7 व BJP को 1 सीट पर जीत हासिल हुई थी.
यह भी पढ़ें: ‘इटली और पीएम मोदी हैं राहुल गांधी के दो प्यार’, असदुद्दीन ओवैसी ने चुनावी रैली में साधा कांग्रेस सांसद पर निशाना