Republic Day 2024 Parade: भारत के 75वें गणतंत्र दिवस (seventy fifth Republic Day) में इस बार बतौर मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) उपस्थित रहेंगे. फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों अपनी दो दिवसीय यात्रा (25-26 जनवरी) पर भारत आ रहे हैं. इससे पहले फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने बीते साल 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से 6 बार अलग-अलग वैश्विक मीटिंग्स में मुलाकात की थी.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों अपने भारत दौरे के पहले दिन यानी 25 जनवरी को नई दिल्ली की बजाय जयपुर पहुंचेंगे. यात्रा शेड्यूल के अनुसार वो अपने व्यस्त दिन की शुरुआत राजस्थान के आमेर किले के भ्रमण से करेंगे. इमैनुएल मैक्रों आमेर किले तक पैदल चल कर जाएंगे जहां पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा.
जयपुर से नई दिल्ली तक होगा ‘रेड कार्पेट’ वेलकम
पीएम मोदी की ओर से राष्ट्रपति मैक्रों का भारत पहुंचने पर जोरदार स्वागत के लिए जयपुर से नई दिल्ली तक ‘रेड कार्पेट’ वेलकम होगा. भारत सरकार की ओर से इसको लेकर सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं.
जो बाइडेन ने जताई थी भारत आने में असमर्थता
दरअसल, गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पहले भारत सरकार की तरफ से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) को आमंत्रित किया गया था. अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने जनवरी माह में नई दिल्ली आने में असमर्थता जाहिर की थी. इस वजह से फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों को बहुत कम समय पहले ही समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया.
पीएम मोदी बीते साल बैस्टिल डे में हुए थे शामिल
प्रधानमंत्री मोदी बीते वर्ष जुलाई माह में पेरिस में बैस्टिल डे (फ्रांसीसी राष्ट्रीय दिवस) परेड में सम्माननीय अतिथि के रूप में शामिल हुए थे. पीएम मोदी से पहले बैस्टिल डे परेड में सम्मानित अतिथि के रूप में साल 2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) उपस्थित रहे थे.
मैक्रों से पहले गणतंत्र दिवस में शिरकत करने वाले फ्रांसीसी नेता
भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनने वाले राष्ट्रपति मैक्रों 6वें फ्रांसीसी नेता (5वें राष्ट्रपति) हैं. राष्ट्रपति मैक्रों से पहले राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद (2016), निकोलस सरकोजी (2008), जैक्स शिराक (1998), वालेरी गिस्कार्ड डी’एस्टाइंग (1980) और प्रधान मंत्री के रूप में जैक्स शिराक (1976) भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत कर चुके हैं.
भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी की प्रतिबद्धता
फ्रांस में भारत के राजदूत रह चुके मोहन कुमार ने बताया कि राष्ट्रपति मैंक्रों की ओर से अंतिम समय में भारत के निमंत्रण को स्वीकार करना उसकी भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी के प्रति बिना शर्त प्रतिबद्धता को दर्शाता है. पिछले साल जुलाई में बैस्टिल डे पर प्रधानमंत्री मोदी की पेरिस यात्रा के ठीक बाद फ्रांस की तरफ से सकारात्मक रूख सामने आया है. यह उनकी (मैक्रों) ओर से उदारता का भी संकेत देता है. फ्रांस के इस कदम को दोनों देशों के बीच कायम अच्छे संबंधों के रूप में भी देखा जा रहा है.
आमेर किले भ्रमण के बाद राष्ट्रपति मैक्रों आएंगे जंतर-मंतर
जयपुर आमेर किले भ्रमण के बाद राष्ट्रपति मैक्रों नई दिल्ली के ऐतिहासिक स्थल जंतर-मंतर आएंगे जहां पीएम मोदी के साथ उनकी मुलाकात होगी. दोनों नेता इस जगह पर भ्रमण करेंगे. दरअसल, जंतर-मंतर का फ्रांसीसियों के लिए खास ऐतिहासिक महत्व है. यहां पर दुनिया की सबसे बड़ी ऑब्जर्वेटरी है. साथ ही यह वर्ल्ड हैरिटेज साइट भी है.
जंतर-मंतर में विश्व की सबसे बड़ी स्टोन सनडॉयल (पत्थर की धूप घड़ी) भी है. राजस्थान की पिंक सिटी जयपुर के संस्थापक सवाई जय सिंह की ओर से निर्मित जंतर-मंतर का ऐतिहासिक महत्व इसलिए भी है कि यह 19 खगोलीय यंत्रों का एक संग्रह है.
जंतर मंतर से सांगानेरी गेट तक होगा दोनों नेताओं का ज्वाइंट रोड शो
फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों के भारत दौरे के शेड्यूल के मुताबिक, दोनों नेताओं का जंतर मंतर से सांगानेरी गेट तक एक ज्वाइंट रोड शो भी होगा. इसके बाद वह हवा महल पर ठहरेंगे. इसके बाद 25 जनवरी के पूरे दिन का समापन जयपुर के रामबाग महल में होगा, जहां पर पीएम मोदी की तरफ से राष्ट्रपति मैक्रों के लिए निजी डिनर की व्यवस्था की गई है.
26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में पहुंचेंगे
रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच कोई पूर्व नियोजित डायलॉग या फिर ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस होने की योजना नहीं है. हालांकि, पहले दिन के समापन के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया जाएगा. इसके बाद दूसरे दिन यानी 26 जनवरी की शुरुआत नई दिल्ली से होगी. राष्ट्रपति मैक्रों कर्तव्य पथ (Kartavya Path) पर गणतंत्र दिवस (Republic Day) परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहेंगे.
परेड में फ्रांसीसी सेना की टुकड़ी भी ले रही हिस्सा
अहम बात यह है कि इस बार गणतंत्र दिवस में फ्रांसीसी सेना (French military) की एक टुकड़ी भी हिस्सा लेने के लिए तैयार है. गणतंत्र दिवस पर फ्रांसीसी सशस्त्र बलों का मार्च पास्ट करने को बड़े प्रतीकात्मक अवसर के तौर पर देखा जा रहा है.
इस परेड के बाद राष्ट्रपति मैक्रों दिल्ली स्थित फ्रांसीसी दूतावास जाएंगे जहां पर उनका फ्रांसीसी कर्मचारियों के साथ वार्तालाप होगा. 26 जनवरी की शाम को राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) में होंगे जहां पर आधिकारिक भोज का आयोजन किया गया है. दोनों पक्षों के बीच रक्षा और रणनीतिक क्षेत्रों में कई बड़ी घोषणाएं किए जाने की संभावना भी है.
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