Rajasthan Election 2023 Information: राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और बीजेपी तैयार है. दोनों ही पार्टियां अधिकतर सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार चुकी हैं. इनकी कोशिश ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की है. कांग्रेस जहां सीएम अशोक गहलोत के काम के दम पर वोट मांग रही है तो बीजेपी पीएम मोदी के चेहरे पर.
कौन वोटरों को रिझाने में कामयाब रहा, इसका फैसला 3 दिसंबर को मतगणना के बाद ही हो पाएगा, लेकिन सभी पार्टियां वोटों के समीकरण को बैठाने में लगी हैं. राजस्थान के पांच रीजन (शेखावाटी, मेवाड़, ढूंढाड़, मारवाड़ और हाड़ौती) में दो रीजन (ढूंढाड़ और मारवाड़) वोट और प्रदेश की राजनीतिक के लिहाज से सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. आइए जानते हैं यहां का राजनीतिक समीकरण.
मारवाड़ रीजन इसलिए है महत्वपूर्ण
मारवाड़ रीजन में विधानसभा की 61 सीटें आती हैं. यही वजह है कि यहां राजनीतिक दलों का ज्यादा फोकस रहता है. मारवाड़ राजस्थान का उत्तरी एवं पश्चिमी क्षेत्र है. यहां जाट और राजपूत के अलावा एससी भी अच्छी संख्या में हैं. इस एरिया में हनुमान बेनीवाल की आरएलपी का प्रभाव है और वह जाट मतदाताओं को आकर्षित कर दोनों पार्टियों का खेल बिगाड़ सकती है. इस इलाके की सबसे बड़ी समस्या पानी की कमी है.
ढूंढार का राजनीतिक समीकरण
ढूंढाड़ रीजन में विधानसभा की 58 सीटें आती हैं. राज्य के इस हिस्से में मिश्रित आबादी है. इस हिस्से की सीमा यूपी, एमपी और हरियाणा से लगती है. जयपुर समेत शहरी सीटों का बड़ा हिस्सा इसी क्षेत्र में आता है. यहां मुस्लिम और एससी आबादी अच्छी खासी है. इस रीजन में हिंदुत्व और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण बड़े मुद्दे हैं. इस बार कांग्रेस के लिए यहां समस्या ये है कि सचिन पायलट, जो ढूंढार से आते हैं और 2018 में सीएम पद के दावेदार थे, इस चुनाव में काफी निष्क्रिय नजर आ रहे हैं.
ओपिनियन पोल में बीजेपी को बढ़त
अलग-अलग ओपिनियन पोल में इन दोनों रीजन में बीजेपी को बढ़त मिलती दिख रही है. ओपिनियल पोल की मानें तो बीजेपी को इन दोनों रीजन से 38 से 59 सीटें मिल सकती हैं. हालांकि पिछले चुनाव में इन दोनों रीजन में कांग्रेस का दबदबा था.
ये भी पढ़ें
Assembly Election 2023: लाइक, सब्सक्राइब और शेयर पर भी चल रही रेस, जानिए सोशल मीडिया पर बीजेपी और कांग्रेस में कौन है आगे