PM Modi Speech: इस साल के आखिरी में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के बीना में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर हमला करते हुए इसे घमंडिया गठबंधन करार दे दिया, इस दौरान दौरान उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन, डीएमके सांसद ए राजा और स्टालिन सरकार में मंत्री के पोनमुंडी के सनातन धर्म को लेकर दिए गए बयान को लेकर भी ‘इंडिया’ पर निशाना साधा. इसपर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि पीएम मोदी अपमान करने में माहिर है., बड़ी बातें-
1. पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के बीना में 50,800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की आधारशिला रखने के बाद संबोधन में आरोप लगाया कि विपक्षी गठबंधन पर देश और समाज को विभाजित कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘यहां कुछ ऐसे दल भी हैं, जो देश और समाज को विभाजित करने में जुटे हैं. इन्होंने मिलकर एक आईएनडीआई (I.N.D.I) अलायंस बनाया है, जिसे कुछ लोग घमंडिया’ गठबंधन भी कहते हैं. इन्होंने मुंबई में बैठक कर घमंडिया गठबंधन की नीति और रणनीति तय कर ली है. साथ ही एक छुपा हुआ एजेंडा भी तय कर लिया है.”
2. पीएम मोदी ने डीएमके नेता सनातन धर्म को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर हमला किया. उन्होंने कहा, ‘‘इस घमंडिया गठबंधन की नीति और रणनीति भारत की संस्कृति पर हमला करने की है. इस आईएनडीआई अलायंस का निर्णय है कि भारतीयों की आस्था पर हमला करो. इस घमंडिया गठबंधन की नीयत है कि भारत को जिन विचारों और संस्कारों ने हजारों वर्ष से जोड़ा है, उन्हें तबाह कर दो. ’’ उन्होंने दावा किया कि ये घमंडिया गठबंधन वाले सनातन संस्कारों और परंपरा को समाप्त करने का संकल्प लेकर आए हैं. जिस सनातन को महात्मा गांधी ने जीवन पर्यंत माना, जिस सनातन ने उन्हें अस्पृश्यता के खिलाफ आंदोलन चलाने के लिए प्रेरित किया. ये घमंडिया गठबंधन के लोग उस सनातन परंपरा को समाप्त करना चाहते हैं.
3. पीएम मोदी ने कहा, ‘‘देश के कोने-कोने में हर सनातनी को, इस देश को प्यार करने वाले को सतर्क रहने की जरूरत है. आईएनडीआई अलायंस वाले सनातन को मिटाकर देश को एक हजार साल की गुलामी में धकेलना चाहते हैं, लेकिन हमें मिलकर ऐसी ताकतों को रोकना है. हमारी एकजुटता से उनके मंसूबों को नाकाम करना है. ’’
4. पीएम मोदी ने कांग्रेस पर भी जमकर हमला किया. उन्होंने कहा कि किसी भी देश या राज्य के विकास के लिए जरूरी है कि पूरी पारदर्शिता से शासन चले और भ्रष्टाचार पर लगाम कसी रहे. आजादी के बाद जिन्होंने लंबे समय तक मध्य प्रदेश में राज किया, उन्होंने भ्रष्टाचार और अपराध के सिवाय राज्य को कुछ भी नहीं दिया. उन्होंने कहा, ‘‘जब आपने हमें (बीजेपी) और हमारे साथियों को सेवा का मौका दिया तो हमनें पूरी ईमानदारी से मध्य प्रदेश का भाग्य बदलने का भरसक प्रयास किया है. हमने मध्य प्रदेश को भय से मुक्ति दिलाई और यहां कानून-व्यवस्था स्थापित की.
5. कांग्रेस ने पीएम मोदी के बयान पर पलटवार किया. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि वह (पीएम मोदी) सरकारी आयोजनों का इस्तेमाल विपक्ष को अपमानित करने के लिए कर रहे हैं. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘‘प्रधानमंत्री ने फिर से वही करना शुरू कर दिया है जिसमें वह माहिर हैं – अपमान करना. उन्होंने ‘इंडिया’ के घटक दलों की पार्टियों को फिर से तथाकथित घमंडिया पार्टी कहा है. देखिए, बोल भी कौन रहा है! वह व्यक्ति जो सरकारी आयोजन के अवसर का इस्तेमाल विपक्ष को अपमानित करने के लिए करते हैं. ’’
6. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री बीना में एक सरकारी कार्यक्रम में शामिल होने गए थे, लेकिन इस अवसर पर उन्होंने जिस भाषा का इस्तेमाल किया वह पीएम पद की गरिमा के अनुरूप बिल्कुल भी नहीं थी. उनका भाषण राजनीतिक विद्वेष से भरा हुआ था. उन्होंने इंडिया गठबंधन को लेकर कई तरह की हल्की बातें कही.
7. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे और कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा, “पीएम मोदी कुछ भी कहने के लिए आजाद हैं, लेकिन उन्हें कई ऐसे मुद्दे हैं जिन पर कि ध्यान देना चाहिए है. चीन टनल और गांव बना रहा है. इसपर पीएम मोदी को ध्यान देना चाहिए है. सनातन धर्म 3500 से चल रहा है. अगले 3,500 वर्षों तक भी जीवित रहेगा. इसके लिए किसी के समर्थन की आवश्यकता नहीं है.”
8. डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने हाल ही में कहा था कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय के खिलाफ है और इसे खत्म किया जाना चाहिए. उन्होंने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू वायरस की थी. वहीं ए राजा ने सनातन धर्म की तुलना कुष्ठ रोग जैसी बीमारियों से की थी.
9. गठबंधन ‘इंडिया’ की 14 सदस्यीय कोआर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग भी बुधवार (13 सितंबर) को हुई. इसमें आगे की रणनीति, सीटों के तालमेल, चुनाव अभियान कार्यक्रम और जनसभाओं समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई. साथ ही फैसला लिया गया कि मध्य प्रदेश के भोपाल में साझा रैली होगी.
10. बीजेपी के खिलाफ एकजुट हुए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की अब तक तीन बैठकें हो चुकी है. इसमें पहली मीटिंग बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मेजबानी में पटना में हुई थी. इसके बाद दूसरी बैठक कर्नाटक के बेंगलुरु में हुई. वहीं तीसरी मीटिंग मुंबई में हुई थी. यहां पर हुई मीटिंग में इसमें 28 दल शामिल हुए थे.
इनपुट भाषा से भी.
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