Parliament Special Session: संसद के उच्च सदन राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (19 नवंबर) को जी-20, महिला आरक्षण बिल. देश की नई संसद और पुरानी संसद सहित कई मामलों का जिक्र किया.
पीएम मोदी ने संसद में कहा, ”लोकसभा में एक बिल (महिला आरक्षण विधेयक) प्रस्तुत किया गया है. ये विधेयक नारी सशक्तिकरण का है. हमने बेटियों के लिए सैनिकों स्कूलों के दरवाजे खोले. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का अभियान सरकार का कार्य़क्रम नहीं है. इसे समाज ने अपनाया है. मुद्रा योजना से लेकर जनधन योजना तक में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. सभी सांसदों की मदद से तीन तलाक के खिलाफ कदम उठाया.”
उन्होंंने आगे कहा, ”मैं आज राज्यसभा के सभी माननीय सांसद साथियों से आग्रह करने आया हूं कि जब भी बिल हमारे सामने आए तो आप सब सर्वसम्मति से उसपर निर्णय करें.”
उन्होंने कहा कि राज्यसभा राज्य का प्रतिनिधित्व भी करते हैं. हम देख रहे हैं कि सहयोग के साथ अनेक मसले ऐसे रहे कि हम आगे बढ़े. कोरोनाकाल के दौरान राज्य और केंद्र ने मिलकर संघवाद को परिभाषित किया. हमने संकटों के समय नहीं, उत्सव के समय भी भारत की ताकत को पेश किया कि दुनिया प्रभावित की. जी-20 शिखर सम्मेलन दिल्ली में हुआ लेकिन इससे पहले इसको लेकर कई मीटिंग देश के अलग-अलग हिस्सों में हुआ. ये हमारे संघवाद की तारीफ है.
उन्होंने कहा कि नई संसद में संघवाद का रूप दिख रहा है. इसमें राज्यों ने हमारा साथ दिया. दिवारों पर जो कला दिख रही है. उसको विभिन्न राज्यों ने भेजा. पीएम मोदी ने कहा कि पुराने भवन (पुरानी संसद) यहां हमने आजादी का अमृत महोत्सव बढ़ी शान से बनाया, लेकिन मुझे विश्वास है कि नई संसद में सर्वण शताब्दी विकसित भारत की होगी. हम पुराने भवन में पांचवी अर्थव्यवस्था पर पहुंचे थे, लेकिन मुझे विश्वास है कि िनई संसद में हम टॉप तीन की इकोनॉमी पर पहुंचेंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि तकनीक के तौर पर भी हमें विकसित करना होगा. अब तो सारी बातें आईपैड में मिलेगा. शुरुआत में हो सकता है कि कुछ साथियों को इसमें दिक्कत आए. डिजिटल का युग है. ऐसे में संसद को भी इसका हिस्सा बनाना होगा.