spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
HomeIndiaParliament Monsoon Session 2023 Opposition Alliance India Privilege Motion Against Piyush Goyal...

Parliament Monsoon Session 2023 Opposition Alliance India Privilege Motion Against Piyush Goyal Calling Them Traitors


Parliament Monsoon Session: राज्यसभा में मंगलवार (8 अगस्त) को विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ के नेताओं ने राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दिया. विपक्षी सांसदों ने कहा कि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने उनके नेताओं को गद्दार कहा है. इसको लेकर कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने गोयल से माफी मांगने की मांग की. 

कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ”दोपहर 1 बजे राज्यसभा में ‘इंडिया’ के फ्लोर के नेताओं ने पीयूष गोयल के विपक्षी दलों को नेताओं को गद्दार कहने को लेकर विशेषाधिकार हनन का नोटिस प्रस्ताव दिया है. उन्होंने कहा, उनकी (गोयल) ओर से माफी से कम में कुछ भी नहीं चलेगा.” 

जयराम रमेश ने क्या कहा?
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की पार्टियों ने आज पूरे दिन के लिए राज्यसभा से वॉकआउट किया, क्योंकि आपसी सहमति वाले प्रस्ताव के आधार पर मणिपुर पर तत्काल चर्चा से मोदी सरकार लगातार इंकार कर रही है. 

उन्होंने आगे कहा कि सदन के नेता पीयूष गोयल ने INDIA की पार्टियों के नेताओं के खिलाफ अत्यंत आपत्तिजनक और पूरी तरह से अस्वीकार्य टिप्पणियां की. इसके लिए वह माफ़ी मांगने से लगातार इंकार कर रहे हैं. 

पीय़ूष गोयल ने क्या कहा था?
वेबसाइट न्यूजकिल्क मामले पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी के बोलने के बाद पीयूष गोयल ने कहा, ”कांग्रेस और उनके घमंडी सहयोगी चीनी मीडिया का समर्थन कर रहे हैं और साजिश रच रहे हैं. यह एक गंभीर मुद्दा है.” 

उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी का कम्युनिस्ट पार्टी और चीन के साथ क्या संबंध है. देश को पता होना चाहिए कि वे भारत के साथ हैं या चीन के साथ. दरअसल ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ में दावा किया गया है कि ‘न्यूजक्लिक’ को अमेरिकी करोड़पति नेविली रॉय सिंघम से पैसा मिलता है. सिंघम का चीन सरकार के मीडिया प्रभाग से कथित तौर पर करीबी संबंध है. 

चेयरमैन ने बताया कि चैंबर में उनसे जयराम रमेश ने मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ गोयल ने अनुचित शब्द बोले हैं. इस पर चेयरमैन ने कहा, ” मुझे जांच करने दीजिए. यह सदन के रिकॉर्ड में नहीं होगा.” 

ये भी पढ़ें- Delhi Providers Invoice: उपराज्यपाल होंगे बॉस, जानें दिल्ली सेवा कानून बनने के बाद कैसे चलेगी सरकार?



RELATED ARTICLES

Most Popular