Nitish Kumar Floor Test: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार (12 फरवरी) को फ्लोर टेस्ट में पास हो गए. नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने विधानसभा में महागठबंधन के सदस्यों के वॉकआउट के बीच विश्वास मत हासिल किया.
इस दौरान जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि आरजेडी के शासन के दौरान भ्रष्टाचार हुआ. वहीं, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्होंने नीतीश कुमार को हमेशा पिता तुल्य माना है. उन्हें नहीं पता कि किस वजह से वह महागठबंधन छोड़कर चले गए. बड़ी बातें-
1. बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में कुल 129 वोट पड़े. आरजेडी के तीन विधायक प्रह्लाद यादव, चेतन आनंद और नीलम देवी के सत्ता पक्ष में चले जाने से आरजेडी को बड़ा झटका लगा.
2. विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में बीजेपी के 78, जेडीयू के 43, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के 4, एक निर्दलीय और आरजेडी के 3 बागी विधायकों ने वोट किया.
3. बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा कि आरजेडी विधायक चेतन आनंद के परिवार ने लिखकर कहा कि हम महागठबंधन के साथ नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
4. विश्वास मत पर चर्चा के दौरान नीतीश कुमार ने आरजेडी और कांग्रेस पर जमकर हमला किया. उन्होंने कहा, ‘‘जब उनके पिता (लालू प्रसाद) की राज्य में सरकार थी तब बिहार की क्या स्थिति थी, सड़कें नहीं थीं, लोग सूर्यास्त के बाद अंधेरे में निकलने से डरते थे. 2005 में सत्ता में आने पर हमने इसे ठीक किया.’’
5. नीतीश कुमार ने कहा कि वह हमेशा के लिए अपने पुराने सहयोगियों के साथ आ गए हैं और अफसोस जताया कि उनकी बीजेपी विरोधी पार्टियों को एक साथ लाने की कोशिश बेकार साबित हुई. उन्होंने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को लेकर कहा, ‘‘मैंने कांग्रेस को चेतावनी दी थी कि चीजें (‘इंडिया’ गठबंधन में) ठीक नहीं चल रही हैं. कुछ लोगों को मेरे पहल करने पर दिक्कत हो रही थी. ऐसा लगता है कि उनके (यादव के) पिता भी मेरे विरोधियों में शामिल हो गए थे.’’
6. इससे पहले विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि वह नीतीश कुमार को हमेशा पिता तुल्य मानते थे और उन्हें नहीं पता कि किस वजह से वह महागठबंधन छोड़कर वह बीजेपी नीत एनडीए में लौटने के लिए मजबूर हुए.
7. तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर तंज कसा और कहा कि क्या पीएम मोदी गारंटी दे सकते हैं कि नीतीश कुमार फिर पलटी नहीं मारेंगे? उन्होंने कहा, ”मुझे जेडीयू विधायकों के लिए बुरा लग रहा है क्योंकि उन्हें जनता के बीच जाकर जवाब देना होगा. अगर कोई आपसे पूछे कि नीतीश कुमार ने तीन बार शपथ क्यों ली तो आप क्या कहेंगे. पहले आप उनकी (बीजेपी) आलोचना करते थे और अब उनकी प्रशंसा कर रहे हैं तो आप क्या कहेंगे.’’
8. इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के पद से इस्तीफा देने से इनकार के बाद उनके खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान तेजस्वी यादव ने व्यवस्था का प्रश्न उठाया जब उन्होंने अपनी पार्टी के तीन विधायकों को सत्ता पक्ष की बेंच पर बैठे देखा. अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 125 विधायकों ने समर्थन किया और 112 ने विरोध किया था.
9. बिहार विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का विरोध करने वालों में हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के एकमात्र विधायक अख्तरुल ईमान भी शामिल हैं जो महागठबंधन का हिस्सा नहीं है. ईमान ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा, ‘‘हर कीमत पर सांप्रदायिक ताकतों का विरोध करना एआईएमआईएम की घोषित नीति है. मैंने नीति के अनुरूप रुख अपनाया.’’
10. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, नए अध्यक्ष का चुनाव अब मंगलवार (13 फरवरी) को होने की संभावना है क्योंकि विश्वास मत के बाद सदन के पटल पर आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 पेश किए जाने के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई. बता दें कि हाल ही में नीतीश कुमार ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल आरजेडी और कांग्रेस को झटका देते हुए बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में वापसी की है. उन्होंने रिकॉर्ड नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
इनपुट भाषा से भी.
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