NCP Disaster: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) पर शरद पवार और अजित पवार अपना-अपना दावा कर रहे हैं. इस बीच शुक्रवार (6 अक्टूबऱ) को चुनाव आयोग ने दोनों गुट (शरद पवार और अजित पवार) को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया. इस सुनवाई के लिए एनसीपी चीफ शरद पवार खुद पहुंचे हैं. पवार के साथ जितेंद्र आव्हाड और वंदना चव्हाण भी आयोग पहुंचे.
वहीं इस सुनवाई के लिए अजित पवार गुट ने अपने वकील को भेजा है. हाल ही में अजित पवार के नेतृत्व में कई नेताओं ने एनसीपी से बगावत कर दी थी. इसके बाद ये लोग एकनाथ शिंदे और बीजेपी की गठबंधन वाली सरकार में शामिल हो गए.
इसी के साथ अजित पवार महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम बन गए. उन्होंने एनसीपी (NCP) और पार्टी के चुनाव चिह्न को लेकर निर्वाचन आयोग का रुख किया था. एनसीपी का सिंबल घड़ी है. इसको लेकर ही आयोग सुनवाई कर रहा है.
#WATCH दिल्ली: NCP प्रमुख शरद पवार ‘असली’ NCP का निर्धारण करने के लिए सुनवाई में भाग लेने के लिए चुनाव आयोग के कार्यालय पहुंचे। pic.twitter.com/zvd7PzHRD9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 6, 2023
चुनाव आयोग ने क्या कहा?
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, चुनाव आयोग के अधिकारी ने चुनाव चिह्न (आरक्षण एवं आवंटन) आदेश के प्रावधानों का हवाला देते हुए कहा कि आयोग इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि एनसीपी में दो प्रतिद्वंद्वी समूह हैं. एक का नेतृत्व शरद पवार (Sharad Pawar) और दूसरे का नेतृत्व अजित पवार (Ajit Pawar) कर रहे हैं.
मामला क्या है?
अजित पवार ने 30 जून को चुनाव आयोग (Election Commission) का दरवाजा खटखटाया था. उन्होंने पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर दावा किया था. बाद में अजित पवार ने खुद को पार्टी अध्यक्ष भी बताया था.
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