Mizoram Election 2023: मणिपुर में हिंसक घटनाओं को लेकर विपक्षी हमलों के बीच केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि पूर्वोत्तर बीते 9 साल में शांत रहा है, हालांकि मणिपुर में हिंसा के कारण हमें पीड़ा हुई है.
उन्होंने मिजोरम विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “मैं ईमानदारी से कहना चाहता हूं कि मणिपुर में हिंसा किसी राजनीतिक दल ने नहीं करवाई, बल्कि वहां एक ऐसी स्थिति बनी थी, जिसमें हालात बिगड़ गए.” मिजोरम में 7 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है. यहां मणिपुर में हुई हिंसा एक बड़ा मुद्दा है.
राजनाथ सिंह ने कहा, “हमारा मानना है कि जब तक पूर्वोत्तर वास्तव में विकसित नहीं होगा, एक मजबूत, समृद्ध, आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा नहीं होगा. “इस दौरान उन्होंने मणिपुर हिंसा का भी जिक्र किया. रक्षा मंत्री ने कहा,
‘दिल से बातचीत करने की जरूरत’
राजनाथ सिंह ने मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों से एक साथ बैठने, दिल से बातचीत करने और विश्वास की कमी को खत्म करने की अपील की. उन्होंने कहा, ”हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है. हमें दिल से बातचीत करने की जरूरत है.”
‘राहुल गांधी ने जख्मों को कुरेदा’
राजनाथ सिंह ने मणिपुर हिंसा को लेकर कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि मिजोरम और नार्थ-ईस्ट समेत पूरे देश को कांग्रेस की नकारात्मक राजनीति से दूर रखने की जरूरत है. सिंह ने कहा कि मणिपुर के हालात जब बिगड़े हुए थे तो कांग्रेस ने मामले में पॉलिटिक्स करने की भरपूर कोशिश की थी. उनके नेता (राहुल गांधी) ने मना करने के बावजूद मणिपुर का दौरा किया और लोगों के जख्मों को कुरेदा.
2018 में एमएनएफ हासिल की थी जीत
गौरतलब है कि विधानसभा की 40 सीटों के लिए 7 नवंबर को वोटिंग होनी है. यहां सत्तारूढ़ नेशनल फ्रंट (MNF), जोरम पीपल्स मूवमेंट ( ZPM), कांग्रेस और बीजेपी मैदान में हैं. 2018 में हुए चुनाव में एमएनएफ ने 26 सीटों पर जीत हासिल की थी, वहीं, कांग्रेस को 5 और बीजेपी के हिस्से में 1 सीट आई थी, जबकि 8 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे.
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