Maratha Reservation: मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरंगे पाटिल ने सरकार को एक महीने का समय दिया है. जरंगे पाटिल ने कहा कि 24 दिसंबर को आरक्षण नहीं मिला तो 25 दिसंबर के बाद समाज की बैठक कर अगले कदम की घोषणा करेंगे. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट तैयार है, ओबीसी में आरक्षण के सारे सबूत मिल गए है. जरंगे ने आगे कहा कि विदर्भ में मराठों को दे दिया गया है फिर हमें क्यों नहीं.
जरंगे पाटिल ने कहा कि हम मुंबई नहीं आना चाहते, लेकिन अगर तुम नहीं आओगे तो हम मुंबई आएंगे. 1 जून 2004 का जीआर है, इसमें संशोधन करो. संशोधित कानून बनाओ हम नहीं जानते कि कौन सा कानून मराठों के हित में नहीं है. हम मतभेद नहीं चाहते हैं कोई आगजनी हो, कोई आत्महत्या करे, इसके अलावा उन्होंने कहा कि कोई एक दूसरे पर हमला न करे, सब शांत रहिए.
‘घर-घर जाकर आरक्षण का करें प्रचार’
इसके साथ ही मुंबई सभा में जरंगे पाटिल ने कहा कि घर-घर जाकर आरक्षण का प्रचार करें, ये मौका मराठाओं के पास दोबारा नहीं आएगा. पहले आरक्षण फिर राजनीति यह अब इसके लायक नहीं है. इसे तूल मत दो, अब उस व्यक्ति का विरोध करें. तुम एकजुट रहो, जीत मराठों की होगी. मैंने अपनी जान की बाजी लगा दी है, तुम्हारी बस एक जरूरत है. कंधे से कंधा मिलाकर लड़ना है. सभी लोग शांति के ब्रह्मास्त्र को पूरा करने की ताकत रखें. अभी मेरे शरीर में उपवास के कारण कुछ भी नहीं बचा है. फिर भी मुझे आपकी वजह से ऊर्जा और शक्ति मिलती है.
मनोज जारंगे इस वक्त महाराष्ट्र दौरे पर हैं. अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद 14 नवंबर से वो 9 दिन के दौरे पर निकल गए और 23 नवंबर तक पूरे महाराष्ट्र दौरे की योजना बनाई.
यह भी पढ़ें:-
Delhi Air pollution: ‘पराली जलाने वाले किसानों से अनाज न खरीदे सरकार’, दिल्ली प्रदूषण पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी