वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को लेकर माहौल गरमाया हुआ है. पूरा विपक्ष सरकार पर हमलावर है और इसे एक साजिश करार दे रहा है. उत्तर प्रदेश के कैराना से सपा सांसद इकरा हसन सरकार पर आरोप लगा रही हैं कि मुसलमान और अल्पसंख्यकों को टारगेट किया जा रहा है.
यूपी तक की रिपोर्ट के अनुसार, इकरा हसन ने कहा कि वक्फ बोर्ड बहुत पुराना चैरिटेबल इंस्टीट्यूशन है. वक्फ की जमीन कैसे दी जाती है, पहले ये समझने की जरूरत है. इसमें सारी की सारी पावर जिला अधिकारी के हाथ में दे दी जाएगी तो इसमें किसी की मदद नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि हम इस बिल के खिलाफ हैं. इकरा हसन ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में जिस प्रकार से बीजेपी को हार मिली है, यह उसका बदला लिया जा रहा है. बीजेपी ने बदला लेने के लिए माइनॉरिटी पर अटैक किया है.
इकरा ने बोला कि यह सिर्फ माइनॉरिटी पर अटैक नहीं बल्कि संविधान के आर्टिकल 14 और 25,26 पर भी है. इकरा हसन ने कहा कि यह सिर्फ मुसलमानों पर अटैक नहीं बल्कि और भी देश में मौजूद अल्पसंख्यक समुदायों पर है.
यह सरकार जब भी कुछ बदलाव लाना चाहती है तो महिलाओं का इस्तेमाल करती है. इसमें और भी कम्युनिटी के लोग शामिल हैं और महिलाओं को यह जमीन दी जा रही है यह सिर्फ एक बहाना है.
तीन तलाक को लेकर भी इकरा हसन ने कहा कि अब उस फैसले की वजह से लोग जेल चले जा रहे हैं. ये सरकार बस दिखाने के लिए महिलाओं के नाम का इस्तेमाल करती है और हमें लगता है कि सारे अल्पसंख्यक समुदाय सरकार के खिलाफ हैं और हम इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे.
Published at : 10 Aug 2024 03:23 PM (IST)