भारतीय नौसेना ने शनिवार (27 जनवरी) को कहा कि उसने 26 जनवरी की रात ब्रिटिश ऑयल टैंकर एमवी मार्लिन लुआंडा से एक डिट्रेस कॉल (संकट का संकेत) मिलने के जवाब में अदन की खाड़ी में अपने गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर आईएनएस विशाखापत्तनम को तैनात किया है. टैंकर मार्लिन लुआंडा में चालक दल के 22 भारतीय और एक बांग्लादेशी सदस्य सवार हैं.
भारतीय नौसेना ने क्या कहा?
भारतीय नौसेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपने आधिकारिक हैंडल से कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए एक पोस्ट में कहा, ”अदन की खाड़ी में तैनात भारतीय नौसेना के गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर आईएनएस विशाखापत्तनम ने 26 जनवरी की रात को एमवी मार्लिन लुआंडा के एक संकट कॉल का जवाब दिया.”
समुद्र में जीवन की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध- नौसेना
पोस्ट में कहा गया, ”संकटग्रस्त मर्चेंट जहाज पर अग्निशमन उपकरणों के साथ एनबीसीडी टीम की ओर से अग्निशमन प्रयासों को बढ़ाया जा रहा है. एमवी पर चालक दल की सहायता के लिए आईएनएस विशाखापत्तनम से मदद पहुंचाई गई है. एमवी में 22 भारतीय और एक बांग्लादेशी वाला चालक दल सवार है.” पोस्ट में यह भी कहा गया, ”भारतीय नौसेना एमवी की सुरक्षा और समुद्र में जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रति दृढ़ और प्रतिबद्ध है.”
#IndianNavy‘s Guided missile destroyer, #INSVisakhapatnam, deployed in the #GulfofAden responded to a misery name from MV #MarlinLuanda on the night time of #26Jan 24.
The hearth preventing efforts onboard the distressed Service provider Vessel is being augmented by the NBCD staff together with… pic.twitter.com/meocASF2Lo
— SpokespersonNavy (@indiannavy) January 27, 2024
हूती विद्रोहियों ने ली हमले की जिम्मेदारी
ऑयल टैंकर एमवी मार्लिन लुआंडा पर हमला करने की जिम्मेदारी यमन के हूती विद्रोहियों ने ली है. द गार्जियन के मुताबिक, हूती विद्रोहियों ने दावा किया है कि उनके नौसैनिक बलों ने अदन की खाड़ी में ब्रिटिश ऑयल टैंकर को निशाना बनाकर एक ऑपरेशन चलाया था. हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सारेया ने एक बयान में कहा कि ‘उचित नौसैनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया और हमला सीधा था.’ वहीं, अमेरिका ने भी एमवी मार्लिन लुआंडा पर हूतियों के हमले की पुष्टि की है.
अशांत क्षेत्र में भारत ने बढ़ाई निगरानी
लाल सागर और अरब सागर के कुछ हिस्सों समेत क्षेत्र में व्यापारिक जहाजों पर ड्रोन और समुद्री डाकुओं के हमले की श्रृंखला में यह नई घटना है. इस बीच भारतीय नौसेना ने भारत जाने वाले व्यापारिक जहाजों पर हाल के हमलों के मद्देनजर अशांत क्षेत्र में निगरानी काफी हद तक बढ़ा दी है और लगभग 10 युद्धपोतों वाले कार्य समूहों को तैनात किया है.
यह भी पढ़ें- नौकरी के लिए इजरायल जाने वालों की लगी कतार, केंद्र पर बरसी कांग्रेस, कहा- ‘ बेरोजगारी से त्रस्त भारतीय युवा…’