India-China: लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर जारी तनाव के बीच भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की बैठक हुई. कमांडर स्तर की बैठक का 19वां दौर 13-14 अगस्त को भारतीय सीमा पर चुशुल-मोल्डो सीमा बैठक बिंदु पर आयोजित किया गया था.
चीन के साथ सैन्य वार्ता पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत-चीन कोर दोनों पक्षों के बीच पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी पर शेष मुद्दों के समाधान पर सकारात्मक, रचनात्मक और गहन चर्चा हुई. दोनों पक्ष शेष मुद्दों को शीघ्रता से हल करने, बातचीत की गति बनाए रखने पर सहमत हुए.
LAC पर सैनिकों की वापसी के मुद्दे पर भी चर्चा
दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैनिकों की वापसी से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की. भारत ने बैठक में देपसांग और डेमचोक समेत अन्य टकराव वाले बिंदुओं से सैनिकों की जल्द से जल्द वापसी का चीन पर दबाव डाला. साथ ही बैठक में क्षेत्र में समग्र तनाव को कम करने पर भी चर्चा हुई.
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले हुई बैठक
बता दें कि, यह सैन्य वार्ता दक्षिण अफ्रीका में आयोजित होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से एक हफ्ते पहले हुई है. सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग हिस्सा लेंगे. इससे पहले 18वें दौर की वार्ता 23 अप्रैल को हुई थी, जिसमें भी भारत ने देपसांग और डेमचोक से सेना हटाने पर जोर दिया था.
दोनों पक्षों ने पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी पर प्रासंगिक मुद्दों के समाधान पर स्पष्ट और गहन चर्चा की ताकि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बहाल की जा सके, जिससे द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति हो सकेगी. राज्य के नेताओं की तरफ से दिए गए मार्गदर्शन के अनुरूप और मार्च 2023 में दोनों विदेश मंत्रियों के बीच बैठक में, उन्होंने खुले और स्पष्ट तरीके से विचारों का आदान-प्रदान किया.
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