Indian Army At LAC: चीन की सीमा से सटे हिमालयी इलाके LAC पर बीते तीन साल से भारतीय सेना सर्दियों में भी तैनात रहती है. इस साल चीन के साथ सटी 872 किमी LAC पर भी सेना तैनात रहेगी. यहां पर बाकी महीनों में भी तापमान -10 डिग्री रहता है लेकिन दिसंबर से लेकर जनवरी के बीच इसका तापमान घटकर -30 डिग्री तक हो जाता है. सेना से जुड़े लोगों का कहना है कि यहां पर पहला सवाल दुश्मन से लड़ने का नहीं बल्कि खुद को जीवित रखने का होता है. दुश्मन से लड़ाई दूसरे नंबर पर आती है.
थल सेना ने इस बार इस इलाके में अपनी निगहबानी बनाए रखने के लिए कई नीतियां बनाई हैं, जिसमें इस जगह को हेलीकॉप्टक के जरिए सर्विलांस किया जाएगा. सूत्रों ने कहा, सर्दियों में यहां पर सेना छोटी सैटेलाइट पोस्ट बनाकर जवानों की तैनाती करेगी. सेना ने दावा किया है कि बीते तीन साल में उन्होंने यहां के बुनियादी ढ़ांचे में काफी बदलाव किए हैं जिससे कि जरूरत पड़ने पर सामरिक महत्व की लोकेशन पर अतिरिक्त सेना की तैनाती की जा सके.
सीमा पर सेना के पास हैं ये सहुलियतें
मई 2020 के बाद से चीन से सटी सीमा पर सेना के पास कई सहुलियते हैं. सेना ने कहा है कि सैटेलाइट या सामरिक महत्व की जगहों के अलावा इस बार बड़ी संख्या में कहीं भी सैनिकों को तैनात करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. अगर पड़ती भी है तो उन्होंने इन इलाकों में सेना की एयरलिफ्ट क्षमता में भारी वृद्धि की है. यहां पर अतिरिक्त सड़कों के निर्माण के साथ ही रिजर्व बैरकों को एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर करना काफी आसान हो गया है.
सेना के शीर्ष सूत्रों का कहना है कि इन इलाकों में ड्रोन, सैटेलाइट के अलावा यहां तैनात हजारों सैनिकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त भंडारण और आवास व्यवस्था में भी सुधार किया गया है. इनमें लगातार बढ़ोतरी की जा रही है और यह बढ़ोतरी सर्दियों में भी जारी रहेगी. जिससे उनको वहां की ऑपरेशन व्यवस्थाओं को पूरा करने में किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.
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