G20 Summit 2023 in Delhi: जी20 सम्मेलन में शामिल होने के लिए 8 सितंबर से विदेशी मेहमानों आगमन शुरू हो गया. अमेरिका, ब्रिटेन, चीन और ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों के नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं और कुछ का आना अभी बाकी है. 9 से 10 सितंबर तक दो दिवसीय सम्मेलन में शामिल होने वाले विदेशी नेताओं को एयरपोर्ट से रिसीव करने के लिए कैबिनेट मंत्रियों को विशेष जिम्मेदारी दी गई है. कौन सा मंत्री किस नेता को रिसीव करेगा, इसके लिए पहले से ही जिम्मेदारी तय कर दी गईं. खास रणनीति के तहत मंत्रियों की जिम्मेदारी तय की गई है.
जो बाइडेन और चीनी पीएम को वीके सिंह ने किया रिसीव
चीन के साथ सीमा विवाद मुद्दे को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय मंत्री वीके सिंह को चीनी पीएम ली कियांग को एयरपोर्ट से रिसीव करने की जिम्मेदारी सौंपी गई. वीके सिंह आर्मी चीफ रह चुके हैं. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को रिसीव करने के लिए भी वीके सिंह ही गए थे. सरकार का फोकस रक्षा सौदों पर है, जिसके तहत वीके सिंह को यह जिम्मेदारी दी गई.
रावसाहेब पाटिल दानवे ने किया दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति का स्वागत
रेलवे, कोयला और खान राज्यमंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा का स्वागत किया. मार्च 1997 में भारत और दक्षिण अफ्रीका ने स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप तैयार की थी. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, 1993 से अब तक आर्थिक और वाणिज्यक सहयोग, रक्षा, सांस्कृतिक, स्वास्थ्य और साइंस एवं टेक्नोलॉजी को लेकर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं. जानिए किस मंत्री को मिली क्या जिम्मेदारी-
- ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक- अश्विनी कुमार चौबे
- जापान के पीएम फुमो किशिदा- अश्विनी चौबे
- बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीन- दर्शना जरदोश
- इटली पीएम जियोर्जिया- शोभा कराडलाजे
- ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज- राजीव चंद्रशेखर
- फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमेनुअल मौक्रों- अनुप्रिया पटेल
- जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज- भानु प्रताप सिंह वर्मा
- यूएई के राष्ट्रपति एचएच शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नहायन- नित्यानंद राय
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