S Jaishankar: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा को अपग्रेड कर जेड कैटेगरी कर दिया है. इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने इसकी जानकारी दी. दरअसल, कनाडा में खालिस्तानी समूहों ने नए पोस्टर लगाए हैं, जिसमें विदेश मंत्री जयशंकर के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर भी शामिल हैं. पोस्टर्स में इन्हें कनाडा का दुश्मन बताते हुए इनकी हत्या की बात कही गई है. इसी को ध्यान में रखते हुए जयशंकर की सुरक्षा बढ़ाई गई है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, खालिस्तान ग्रुप ‘सिख फॉर जस्टिस’ ने मंगलवार (10 अक्टूबर) को पोस्टर्स को लगाया. इसने खालिस्तान के रूप में एक अलग देश के लिए जनमत संग्रह का भी ऐलान किया. ये सबकुछ ब्रिटिश कोलंबिया के सर्रे में मौजूद उसी गुरुद्वारे के बाहर किया गया, जिसका प्रमुख खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर था. इसी गुरुद्वारे के बाहर ही इस साल 18 जून को निज्जर की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
भारतीय अधिकारियों को भी दी गई धमकी
पोस्टर्स पर लिखा गया है कि 29 अक्टूबर को वैंकूवर में जनमत संग्रह करवाया जाएगा. इससे पहले सर्रे में भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर 21 अक्टूबर को एक विरोध प्रदर्शन भी किया जाएगा. मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि पोस्टर्स में कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा, काउंसिल जनरल मनीष और अपूर्व श्रीवास्तव की हत्या की बात भी कही गई है. पहले भी इस तरह के पोस्टर्स लगाकर भारतीय अधिकारियों को चेतावनी दी गई है.
पन्नू ने दी हमास जैसे हमले की धमकी
कनाडा में पोस्टर्स का गेम ऐसे समय पर शुरू हुआ है, जब खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू ने भारत को गीदड़भभकी दी है. उसने फलस्तीन के हालातों को बयां करते हुए कहा है कि सिख फॉर जस्टिस भी हमास की तरह हमले को अंजाम देगा. बता दें कि हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल के ऊपर मिसाइलें दागीं. इसके अलावा उसके लड़ाकों ने इजरायल में घुसकर लोगों की हत्याएं की हैं और इजरायली नागरिकों को बंधक बनाया है.
कनाडाई उच्चायुक्त को भारत ने किया समन
मिली जानकारी के मुताबिक, भारत में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरूम मैके को बुधवार (11 अक्टूबर) को साउथ ब्लॉक में बुलाया गया और पोस्टर्स को लेकर कड़ी आपत्ति जताई गई. सरकार ने कनाडाई उच्चायुक्त से कहा कि कनाडा को तुरंत गुरुद्वारे के बाहर से पोस्टर्स हटाने चाहिए. साथ ही कहा गया कि पोस्टर लगाने वाले आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. ओटावा में ग्लोबल अफेयर्स कनाडा को भी यही बात कही गई.
कैसी होगी विदेशी मंत्री की सुरक्षा?
सरकार ने विदेश मंत्री जयशंकर को जेड कैटेगरी सुरक्षा मुहाई कराई है. इसका मतलब हुआ कि अब उनकी सुरक्षा सेंट्रल रिजर्व सिक्योरिटी फोर्स (CRPF) की वीआईपी सिक्योरिटी विंग करेगी. देश में सिर्फ 176 लोगों को ये सुरक्षा मिली हुई है. जयशंकर की सुरक्षा में 14 से 15 हथियारबंद कमांडो होंगे, जो 24 घंटे उनके आस-पास मौजूद होंगे.
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