प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (20 अक्टूबर, 2023) को देश की पहली रैपिडएक्स मेट्रो का उद्घाटन करेंगे. शनिवार से आम नागरिक इसमें सफर कर सकेंगे. पीएम मोदी दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस (रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) कॉरिडोर के 17 किलोमीटर के हिस्से का उद्घाटन करेंगे. साहिबाबाद से दुहाई डिपो स्टेशन तक के हिस्से का काम पूरा किया गया है. मेट्रो के शुरू होने से साहिबाबाद से दुहाई डिपो स्टेशन तक की दूरी को यात्री सिर्फ 12 मिनट में तय कर सकेंगे. दिल्ली से मेरठ तक का पूरा कॉरिडोर 82 किलोमीटर का होगा, इसमें कितने स्टेशन होंगे, कौन-कौन से कॉरिडोर होंगे और मेट्रो की तुलना में रैपिडएक्स का किराया सस्ता है या महंगा, स्पीड कितनी है, इन सभी सवालों के जवाब यहां जानिए-
नमो भारत से जानी जाएंगी आरआरटीएस मेट्रो
नई रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) रेलगाड़ियों को ‘नमो भारत’ के नाम से जाना जाएगा. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर कहा, ‘करोड़ों लोगों की आकांक्षाओं से जुड़ी आरआरटीएस परियोजना का प्राथमिकता खंड रफ्तार भरने के लिए तैयार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को इसे राष्ट्र को समर्पित करेंगे. देश के रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम को नमो भारत के नाम से जाना जाएगा.’
20 किलोमीटर का सफर सिर्फ 12 मिनट में
रैपिड एक्स ट्रेन के शुरू होने से यात्रियों को काफी आराम होने वाला है. वह साहिबाबाद से दुहई तक की 20 किलोमीटर की दूरी सिर्फ 12 मिनट में तय कर लेंगे. फिलहाल रोड के रास्त जाने पर यह दूरी तय करने में 35 मिनट का समय लगता है. यानी जहां लोगों को आधे घंटे से भी ज्यादा समय सहिबाबाद और दुहई तक जाने में लगते थे, अब इसके आधे से भी कम समय में ही वह सफर तय कर लेंगे.
कौन-कौन से स्टेशन होंगे
दिल्ली और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले इस 82 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर में कुल 16 स्टेशन होंगे और 9 एडिशनल स्टेशन हैं. पहले फेज में सिर्फ 5 स्टेशन के लिए ही रैपिडएक्स रेल चलेगी. ये 16 स्टेशन हैं- साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुराद नगर, मोदी नगर साउथ, मोदी नगर नॉर्थ, मेरठ साउथ, परतापुर, रीठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपूरी, मेरठ सेंट्रल, भैंसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, दौरली, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरम, मोदीपुरम और मोदीपुरम डिपो स्टेशन हैं. अभी सिर्फ साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुधर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन के बीच ही मेट्रो चलेगी.
पहले फेज में कितना काम हुआ, कहां से कहां तक
पहले चरण में 17 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर का काम पूरा किया गया है, जिसमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुधर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन शामिल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी सेक्शन का आज उद्घाटन करेंगे और शनिवार (21 अक्टूबर, 2023) से आम जनता के लिए मेट्रो का संचालन शुरू कर दिया जाएगा. इसके बाद यात्रियों का सफर बेहद आसान हो जाएगा और सिर्फ 12 मिनट में 17 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे.
आगे और कौन कौन से फेज में काम होगा
फर्स्ट फेज में तीन- दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर, दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनएबी-अलवर कॉरिडोर और दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर हैं, जिसमें से गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर का कम पूरा हो चुका है. दूसरे फेज में दिल्ली-फरीदाबाद-बल्लबगढ़-पलवल कॉरिडर, गाजियाबाद-खुरजा कॉरिडर, दिल्ली-बहादुरगढ़-रोहतक कॉरिडर, गाजियाबाद-हापुड कॉरिडर और दिल्ली-शाहदरा-बडौत कॉरिडर बनाए जाने हैं.
कहां तक यात्रा के लिए कितने का टिकट
रैपिडएक्स मेट्रो की स्टैंडर्ड क्लास का न्यूनतम किराया 20 और अधिकतम किराया 50 रुपये होगा. स्टैंडर्ड क्लास में गाजियाबाद तक का किराया 30 रुपये, गुलधर तक 30, दुहाई के लिए 40 और दुहई डिपो तक के लिए 50 रुपये का टिकट लगेगा. वहीं, प्रीमियम क्लास में न्यूनतम किराया 40 और अधिकतम 100 रुपये होगा. गाजियाबाद तक के लिए 60 रुपये, गुलधर के लिए 60, दुहाई के लिए 80 और दुहाई डिपो तक का टिकट 100 रुपये का टिकट होगा. यूपीआई के जरिए भी टिकट खरीदने की सुविधा होगी. इसके अलावा, टिकट वेंडिंग मशीन और टिकट काउंटर से टिकट खरीद सकते हैं. या फिर ऑनलाइन या रैपिडएक्स कनेक्ट मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए भी टिकट खरीद सकते हैं.
मेट्रो से कितनी फास्ट होगी रैपिड रेल
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम हाई-स्पीड और हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी. एनसीआरटीसी के मुताबिक, ट्रेन की डिजाइन स्पीड 180 किमी प्रति घंटा, ऑपरेशनल स्पीड 160 किमी प्रति घंटा और एवरेज स्पीड किमी प्रति घंटा है. यानी पटरी पर यह 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी और एवरेज स्पीड 100 किलोमीटर प्रतिघंटा रहेगी.
100 किलोमीटर का सफर कितने टाइम में?
रैपिड मेट्रो इतनी तेजी से पटरी पर दौड़ती है कि 100 किलोमीटर की दूरी यात्री सिर्फ 60 मिनट में तय कर सकेंगे. इसकी स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी इसलिए यात्री दिल्ली और मेरठ के बीच का सफर कुछ मिनटों में ही तय कर लेंगे.
दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ के अलावा और कहां कहां बन रहे हैं कॉरिडोर
इस प्रोजेक्ट के तहत कुल 8 कॉरिडोर बनाए जाने हैं. इनमें से फर्स्ट फेज में तीन कॉरिडोर बनने हैं- दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर, दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनएबी-अलवर कॉरिडोर, दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर हैं. बाकी कॉरिडोर जो प्रोजेक्ट के तहत बनाए जाएंगे, वे हैं- दिल्ली-फरीदाबाद-बल्लबगढ़-पलवल कॉरिडर, गाजियाबाद-खुरजा कॉरिडर, दिल्ली-बहादुरगढ़-रोहतक कॉरिडर, गाजियाबाद-हापुड कॉरिडर और दिल्ली-शाहदरा-बडौत कॉरिडर हैं.
पार्किंग की सुविधा
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के सभी स्टेशनों पर पार्किंग की सुविधा बनाई गई है. स्टेशन के एंट्री और एग्जिट पर ही पार्किंग पॉइंट बनाए गए हैं, जहां पर टू व्हीलर और फोर व्हीलर वाहनों को खड़े करने की प्रयाप्त सुविधा है. वाहनों के हिसाब से पार्किंग के लिए शुल्क भी अलग-अलग होगा. .
एक बार में 1700 लोग कर सकेंगे यात्रा
रैपिडएक्स ट्रेन में कुल 6 डिब्बे हैं, जिनमें बैठकर और खड़े होकर एक बार में 1700 यात्री सफर कर सकेंगे. स्टैंडर्ड कोच में 72 और प्रीमियम कोच में कुल 62 सीटें हैं. हर ट्रेन में एक कोच महिलाओं के लिए रिजर्व होगा, जो प्रीमियम कोच के बाद दूसरा डिब्बा होगा. दिल्ली से मेरठ की ओर जाने वाले पहले और मेरठ से दिल्ली की ओर आखिरी कोच प्रीमियम होगा. प्रीमियम कोच में कोट हुक, मैग्जीन होल्डर और फुटरेस्ट जैसी सुविधाएं होंगी. कोच में लैपटॉप, मोबाइल चार्जिंग की सुविधा होगी. लगेज रैक और डायनेमिक रूट मैप होगा. सभी स्टेशनों और कोच में सीसीटीवी से निगरानी भी रखी जाएगी.
मेट्रो का समय
रैपिडएक्स ट्रेन सुबह 6 बजे से चलनी शुरू होंगी और रात को 11 बचे तक चलेंगी. दो रैपिडएक्स मेट्रो के बीच 15 मिनट का गैप होगा. यानी हर 15 मिनट में एक रैपिडएक्स मेट्रो यात्रियों को मिलेगी. हर स्टेशन पर ग्राहक सुविधा केंद्र बनाए गए हैं और हेल्प लाइन नंबर के जरिए भी 08069651515 रैपिडएक्स सेवा केंद्र से संपर्क किया जा सकता है.
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