Congress On BJP: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एबीपी की तरफ से लिए गए सांसद और विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह का एक इंटरव्यू शेयर कर बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि मणिपुर से बीजेपी सांसद को रिक्वेस्ट करने के बाद भी संसद में बोलने नहीं दिया गया. यह न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि पूरे मणिपुर का अपमान है.
जयराम रमेश ने कहा, “बीजेपी की विभाजनकारी राजनीति ने पहले मणिपुर में आग लगाई. जब हिंसा भड़की तब उसे उसके हाल पर छोड़ दिया गया. अभी भी हिंसा जारी है. ऐसे समय में बीजेपी द्वारा मणिपुर से अपने ही सांसद और विदेश राज्य मंत्री को बोलने से रोकना शर्मनाक है.”
‘संसद में बोलने का मौका नहीं मिला’
आरके रंजन सिंह ने इस इंटरव्यू में कहा, “मैंने संसद में बोलने की कोशिश की थी लेकिन संसद में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर इतना कुछ हुआ कि मुझे बोलना का मौका नहीं मिला. गृह मंत्री अमित शाह ने सारी बात रख दी थी. शुरू से ही मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रिक्वेस्ट लेटर भेजा था और उसकी एक कॉपी गृह मंत्री को दी थी.”
मणिपुर से भाजपा सांसद को रिक्वेस्ट करने के बाद भी संसद में बोलने नहीं दिया गया। यह न सिर्फ़ दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि पूरे मणिपुर का अपमान है।
भाजपा की विभाजनकारी राजनीति ने पहले मणिपुर में आग लगाई। जब हिंसा भड़की तब उसे उसके हाल पर छोड़ दिया गया। अभी भी हिंसा जारी है।
ऐसे समय… pic.twitter.com/DJIHpzL46G
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 12, 2023
‘राज्य सरकार ने नहीं की तैयारी’
आरके रंजन सिंह कहा, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में मैंने 13-14 मुद्दों पर बात की है. केंद्र से अतिरिक्त फोर्स की मांग भी उठाई थी. राज्य सरकार को नहीं पता कि हिंसा को कैसे संभाला जाए, इसे लेकर कोई तैयारी नहीं की गई थी. अगर शुरू से ही हिंसा पर काबू पाने की कोशिश की गई होती तो हालात ऐसे नहीं होते.” हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें संसद में दिया गया राहुल गांधी का भाषण सही नहीं लगा. वह तैयार होकर नहीं आए थे.
ये भी पढ़ें: Manipur Violence: मणिपुर हिंसा को लेकर पीएम मोदी पर बरसे राहुल, कहा- हर तरफ खून, हत्याएं, रेप