Rajnath Singh On Assembly Election: तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने पहुंचे केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यों के विधानसभा के चुनाव में सांसदों को उतारे जाने को लेकर पार्टी की घबराहट के आरोपों पर सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि यह बीजेपी की अनोखी खूबी है कि पार्टी में हर स्तर के नेता समाज और देश निर्माण के लिए हर तरह की चुनौती को स्वीकार करने के लिए तैयार रहता है.
अंग्रेजी अख़बार द हिंदू को दिए विशेष इंटरव्यू में सिंह से पूछा गया था कि बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में संसद सदस्यों को उम्मीदवार बनाया है. विपक्ष आरोप लगा रहा है कि बीजेपी को हार के डर की वजह से ऐसा करना पड़ा है. इस पर जवाब देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, “इसे हम पार्टी की घबराहट नहीं कह सकते. यह इस पार्टी की एक अनूठी विशेषता है कि सभी कैडर चाहे किसी भी पद पर हों, पार्टी की योजनाओं में शामिल होने के लिए तैयार रहते हैं. पार्टी सफल होनी चाहिए, सिर्फ सत्ता का आनंद लेने के लिए नहीं, बल्कि इसलिए कि हम सरकार बनाएं, समाज और देश का निर्माण करें. जब यह किसी का लक्ष्य है, तो ऐसी उम्मीदवारों को समझाया जा सकता है.”
“भारत में कभी नहीं होगा हमास जैसा हमला”
भारत में हमास जैसे हमलों की संभावना और उससे बचाव के उपाय के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत में इस तरह का हमला नहीं होगा, इसे अंजाम देना मुश्किल होगा क्योंकि हमारा सामाजिक सौहार्द ही हमारी सबसे बड़ी रक्षा है. सिंह ने कहा, “चाहे लोग किसी भी जाति, पंथ, धर्म के हों, हमारे देश में अपनेपन की व्यापक भावना है. हमें निश्चित रूप से आतंकवादी हमलों के प्रति सतर्क रहना चाहिए और आतंकवाद का एकजुट मुकाबला करना चाहिए. दुनिया को आतंकवाद के मुक़ाबले के लिए एकजुट होना चाहिए ताकि निर्दोष लोग शिकार न बनें.”
शिवराज-वसुंधरा को जो जिम्मेदारी मिलेगी निभाएंगे
मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान में वसुंधरा राजे जैसे नेताओं को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं घोषित करने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “मैं भी उत्तर प्रदेश का पूर्व मुख्यमंत्री रहा हूं, लेकिन पार्टी ने मुझे पहले महासचिव बनाया और दो बार पार्टी अध्यक्ष. उसके बाद गृह मंत्री और अब रक्षा मंत्री हूं. हमारी पार्टी में पद बदलते रहते हैं. वैसे ही वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान निश्चित तौर पर पार्टी से मिलने वाली जिम्मेवारियों को पूरा करेंगे, इसमें कोई संदेह नहीं है.
कॉस्ट सर्वे पर पार्टी का क्या है स्टैंड?
बिहार सरकार के जाति सर्वेक्षण और विपक्ष द्वारा राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना के आह्वान के बारे में सिंह ने कहा, “हम जाति, पंथ या धर्म के आधार पर किसी भी भेदभाव के बिना, समाज के सभी वर्गों के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. हमारी योजनाएं सभी वर्गों के गरीबों के लिए हैं. जहां तक बिहार सर्वेक्षण का सवाल है तो राज्य सरकार अब लोगों के कल्याण के लिए इस सर्वे के आधार पर क्या करती है, वो देखने वाली बात होगी.”
उन्होंने कहा, ‘जहां तक सर्वे की कार्यप्रणाली, प्रामाणिकता पर भी कई सवाल उठ रहे हैं. मेरा मानना है कि उस सर्वेक्षण के निष्कर्षों को भी वेरिफाई करने की आवश्यकता है. हमें इस बात की चिंता करनी चाहिए कि समाज का कोई भी वर्ग सरकार की सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण की पहुंच से वंचित न रह जाए.’ आपको बता दें कि नवंबर महीने में तेलंगाना के अलावा राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में चुनाव होना है. इसकी घोषणा हो चुकी है.
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