
जनवरी-अगस्त की अवधि के लिए वैश्विक तापमान 1991-2020 के औसत से 0.70 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया है और यूरोपीय जलवायु परिवर्तन सेवा ‘कोपरनिकस’ ने शुक्रवार (6 सितंबर, 2024) को कहा कि यह संभावना बढ़ती जा रही है कि 2024 अब तक का सबसे गर्म साल होगा.

कोपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस (सी3एस) की नई जानकारी के अनुसार, अगस्त का महीना वैश्विक स्तर पर (अगस्त 2023 के साथ) संयुक्त रूप से सबसे गर्म था, जिसमें औसत सतही हवा का तापमान 16.82 डिग्री सेल्सियस था, जो महीने के लिए 1991-2020 के औसत से 0.71 डिग्री सेल्सियस अधिक था.

यह पूर्व-औद्योगिक स्तर से 1.51 डिग्री सेल्सियस अधिक है, जिससे पिछले 14 महीनों में यह 13वां महीना था, जब वैश्विक औसत सतही वायु तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तर से 1.5 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा.

सी3एस के वैज्ञानिकों ने कहा कि चालू वर्ष की एक जनवरी से आज तक (जनवरी-अगस्त) वैश्विक औसत तापमान विसंगति 1991-2020 के औसत से 0.70 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है, जो इस अवधि के लिए दर्ज आंकड़ों में सबसे अधिक है, और 2023 की इसी अवधि की तुलना में 0.23 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म है.

2024 सबसे गर्म वर्ष के रूप में 2023 से आगे न निकले इसके लिए बाकी महीनों की औसत (तापमान) को कम से कम 0.30 डिग्री सेल्सियस तक नीचे लाना होगा.

सी3एस की उप निदेशक सामंथा बर्गीस ने कहा, ‘2024 के पिछले तीन महीनों के दौरान, दुनिया ने सबसे गर्म जून और अगस्त, सबसे गर्म दिन और रिकॉर्ड पर सबसे गर्म ग्रीष्मकाल का अनुभव किया है. रिकॉर्ड तापमान की यह श्रृंखला 2024 के रिकॉर्ड पर सबसे गर्म वर्ष होने की आशंका को बढ़ा रही है.’
Published at : 07 Sep 2024 01:12 PM (IST)
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