Asaduddin Owaisi On No Confidence Motion: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने को लेकर अपना रुख साफ किया है. विपक्षी दलों ने मणिपुर के मुद्दे पर लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. इसका समर्थन करने के सवाल पर ओवैसी ने कहा कि बेशक हम हमेशा सरकार का विरोध करते रहे हैं.
उन्होंने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए कहा कि हम केंद्र का विरोध करेंगे, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि मुझे अन्य तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों के साथ दिखना चाहिए. क्या अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस देने से पहले इंडिया अलायंस ने आपसे संपर्क किया था.
असदुद्दीन ओवैसी ने और क्या कहा?
इसपर ओवैसी ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में कहा कि नहीं, वे मुझसे संपर्क क्यों करेंगे. वह राजनीतिक चौधरियों (मालिकों) का एक प्रतिष्ठित क्लब है. बीजेपी के प्रति हमारा विरोध पहले दिन से ही रहा है. उन्होने कहा कि मेरी पार्टी ने यूएपीए संशोधन विधेयक (जिसने अधिनियम के प्रावधानों को कड़ा किया) का समर्थन नहीं किया.
हैदराबाद के सांसद ने कहा कि जब अमित शाह ने यूएपीए में संशोधन पेश किया तो कांग्रेस और अन्य धर्मनिरपेक्ष दलों ने बीजेपी का समर्थन किया था, लेकिन जेल में कौन सड़ रहा है? क्या ये नेता यूएपीए के तहत जेल में बंद हैं? नहीं, ये वे लोग हैं जो नरेंद्र मोदी और उनकी नीतियों का विरोध कर रहे हैं.
कांग्रेस लेकर आई अविश्वास प्रस्ताव
कांग्रेस ने बुधवार को मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर लोकसभा में केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. इसे सदन ने मंजूरी दे दी है. अब लोकसभा स्पीकर को इसपर चर्चा के लिए तारीख तय करनी है.
कांग्रेस ने कहा कि ये प्रस्ताव विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) की ओर से सामूहिक तौर पर लाया गया है. वहीं बीजेपी ने कहा कि जनता को उनकी सरकार और पीएम मोदी पर भरोसा है. उन्हें इस अविश्वास प्रस्ताव की कोई चिंता नहीं है.
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