ABP Snap Poll 2023: संसद के विशेष सत्र में महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन अधिनियम) बिल पास हो गया. बिल पार्लियामेंट के दोनों सदनों से आसानी से पास हो गया. इस मुद्दे पर ABP न्यूज के लिए C-वोटर्स ने ऑल इंडिया सर्वे किया और यह जानने की कोशिश की कि क्या बिल को सदन में पेश करना और फिर उसे पास करवाना महज राजनीति है.
सर्वे में जनता से पूछा गया है कि क्या आपको लगता है कि महिला आरक्षण महज एक राजनीति है? इस पर 43 फीसदी लोगों का मानना है कि महिला आरक्षण बिल महज राजनीति है. वहीं, 45 प्रतिशत जनता का मानना है कि यह राजनीति नहीं है, जबकि12 पर्सेंट कुछ नहीं कह सके.
क्या आपको लगता है कि महिला आरक्षण बिल महज राजनीति है?
हां- 43
नहीं- 45
कह नहीं सकते- 12
लगभग सभी दलों ने किया समर्थन
बता दें कि दोनों सदनों में लगभग सभी राजनीतिक दलों ने महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया था. जहां इस बिल के पक्ष में 454 वोट मिले तो वहीं, राज्यसभा में 214 वोट पड़े. इस विधेयक में लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान किया गया है.
संसद में 181 पहुंच जाएगी महिलाओं की संख्या
महिला आरक्षण बिल के कानून बनते ही 543 सदस्यों वाली लोकसभा में महिला सदस्यों की मौजूदा संख्या 82 से बढ़कर 181 हो जाएगी. साथ ही लोकसभा और देश की सभी विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीट आरक्षित हो जाएंगी.
नोट: abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने ये सर्वे किया है. इस सर्वे में 5 हजार 403 लोगों की राय ली गई है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है. सर्व के नतीजे पूरी तरह से लोगों से की गई बातचीत और उनके द्वारा व्यक्त की गई राय पर आधारित हैं. इसके लिए abp न्यूज़ ज़िम्मेदार नहीं है.
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