RG Medical College Corruption Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही सीबीआई ने एक बड़ा कदम उठाया है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है. इसमें पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का भी नाम है. इसके अलावा, हावड़ा की कंपनी तारा ट्रेडर्स, कोलकाता की ईशान कैफ़े और एम/एस खामा लोहा का नाम भी शामिल है.
ये एफआईआर भष्ट्राचार निरोधक अधनियम साजिश और धोखाधड़ी के तहत दर्ज की गई. इसकी शिकायत पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य और परिवार कल्याणा मंत्रालय के विशेष सचिव देवाल कुमार घोष ने की थी. वहीं, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में संदीप घोष, पूर्व चिकित्सा अधीक्षक सह उप प्राचार्य (एमएसवीपी) संजय वशिष्ठ और 13 अन्य लोगों के कोलकाता में एवं उसके आसपास स्थित परिसरों में रविवार को छापे मारे.
सीबीआई ने कई लोगों से की पूछताछ
सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई ने मरीजों की देखभाल और प्रबंधन के लिए सामग्री की आपूर्ति से जुड़े लोगों के आवासों और कार्यालयों पर भी छापे मारे. अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी के कम से कम सात अधिकारी सुबह आठ बजे से घोष से बेलियाघाटा स्थित उनके आवास पर पूछताछ कर रहे हैं, जबकि अन्य अधिकारी वशिष्ठ और चिकित्सा प्रतिष्ठान के फॉरेंसिक-मेडिसिन विभाग के एक और प्रोफेसर समेत अन्य से पूछताछ कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि केंद्रीय बलों के एक बड़े दल के साथ सुबह करीब छह बजे घोष के आवास पर पहुंची सीबीआई की टीम को करीब डेढ़ घंटे तक इंतजार करना पड़ा, जिसके बाद पूर्व प्राचार्य ने दरवाजा खोला. अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय एजेंसी के अन्य अधिकारी हावड़ा में एक आपूर्तिकर्ता के घर गए. उन्होंने कहा, ‘‘वशिष्ठ से पूछताछ की जा रही है कि जब वह एमएसवीपी थे, तब अस्पताल में हुई वित्तीय अनियमितताओं के बारे में उन्हें कितनी जानकारी थी.’’
संदीप घोष के ऑफिस पर भी की गई छापेमारी
सीबीआई अधिकारियों के एक अन्य दल ने अस्पताल में पूर्व प्राचार्य के कार्यालय पर भी छापा मारा और वह शैक्षणिक भवन की कैंटीन (भोजनालय) में भी गया. उन्होंने वर्तमान प्राचार्य मानस कुमार बंद्योपाध्याय को सुबह अस्पताल पहुंचने और चिकित्सा प्रतिष्ठान में छापेमारी के दौरान उनके साथ रहने को कहा. मेडिकल कॉलेज 9 अगस्त को इसके कॉन्फ्रेंस रूम में एक ट्रेनी डॉक्टर से बलात्कार और उसकी हत्या की घटना के बाद से सुर्खियों में बना हुआ है.
इस मामले में आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया है. इस जघन्य अपराध के विरोध में देशभर में चिकित्सकों और आम नागरिकों ने प्रदर्शन किए हैं. कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने हत्या के साथ-साथ कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले भी दर्ज किए हैं.
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