<p>प्रयागराज में बीटेक छात्र लारेब हाशमी द्वारा जिहादी नारे लगाते हुए बस कंडक्टर पर चापड़ से हमला करने के मामले में एटीएस की जांच में नया खुलास हुआ है. एटीएस का कहना है कि आरोपी छात्र लारेब हाशमी ने बस कंडक्टर पर लोन वुल्फ हमला किया था.</p>
<p>पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लोन वुल्फ अटैक की ट्रेनिंग आतंकी संगठन प्रशिक्षण के दौरान आतंकियों को देते हैं. इसमें हमलावर भीड़ भाड़ वाले इलाके, मार्केट जैसी जगहों पर अकेले ही घुस जाता है और हमला करता है. क्या लारेब को लोन वुल्फ अटैक की ट्रैनिंग दी गई या फिर वो सेल्फ रेडिकलाइस है, इन दोनों ही एंगल की एटीएस जांच कर रही है. </p>
<p>पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अब वे साफ हो चुका है कि लारेब का कंडक्टर पर हमला कोई पुराना टिकट को लेकर पैसों का विवाद नहीं है, बल्कि लारेब कट्टरपंथ और जिहाद के रास्ते पर था. लारेब ने ट्रेंड आतंकी की तरफ इस लोन वुल्फ अटैक को अंजाम दिया. लारेब की इंटरनेट हिस्ट्री से साफ है कि वो पाकिस्तानी मौलवी रिजवी, कट्टरपंथियों की तकरीरें, जिहाद से जुड़े आर्टिकल, तालिबान के नरसंहार करने वाले वीडियो, इजरायल फिलिस्तीन से जुड़े वीडियो लगातार सर्च करता और देखता था.</p>
<p><sturdy>लारेब का मोबाइल, लैपटॉप और 3 डायरी खोलेगी आतंकी कनेक्शन के राज</sturdy><br />पुलिस अब लारेब के मोबाइल और लैपटॉप की फोरेंसिक जांच तो करवा ही रही है. साथ ही लारेब की ट्रेवल हिस्ट्री की भी पड़ताल कर रही है कि वो पिछले कुछ समय में किस-किस से मिलता था, कहां-कहां गया. कहीं इस पूरे मामले के तार उदयपुर कन्हैया कांड से ही तो नहीं जुड़े हैं या फिर किसी आतंकी संगठन ने लारेब को रेडिकलाइस किया है.</p>